मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता और भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के इंदौर में दिए गए बयान ने एक बार फिर पीएम मोदी और पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. विजवर्गीय ने खुले मंच से ये कह दिया कि मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार गिराने में पीएम मोदी का हाथ था. उनके इस बयान के बाद कांग्रेस पीएम मोदी को घेरने में जुट गई है.
इंदौर में आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि ये पर्दे के पीछे की बात है आप किसी को बताना मत. मैंने भी आज तक ये बात किसी को बताई नहीं है. पहली बार इस मंच से ये बात कह रहा हूं कि कमलनाथ सरकार गिराने में यदि किसी की भूमिका थी तो वो मोदी जी की थी.
धर्मेंद्र प्रधान का इसमें कोई रोल नहीं था. विजयवर्गीय ने कहा कि जब तक कमलनाथ की सरकार थी, नरोत्तम मिश्रा ने एक दिन भी उन्हें चैन से सोने नहीं दिया. कमलनाथ को सपने में भी नरोत्तम मिश्रा दिखाई देते थे.
कैलाश विजयवर्गी के बयान पर कांग्रेस ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम तो पहले से ही ये बात कह रहे थे जिसकी पुष्टि अब कैलाश विजयवर्गीय के बयान से हो गई है. कांग्रेस ने कहा कि भाजपा नेता के बयान से ये साफ हो गया है कि कमलनाथ सरकार को पीएम मोदी के इशारे पर गिराया गया.