कानपुर के बिकरू मामले में बड़ा दंड और लघु दंड के आरोपित बनाए गए एक दर्जन पुलिसकर्मियों को डीआईजी ने नोटिस जारी किया है. इन पुलिसकर्मियों को यह जवाब देना होगा कि उन्होंने गैंगस्टर विकास दुबे की मदद आखिर क्यों की. उसके जुर्म को छुपाने के लिए क्यों काम किया.
पुलिसकर्मियों का जवाब आने के बाद उनपर आरोप तय कर सजा की संतुति की जाएगी. मामले में एसआईटी ने जो जांच की थी. उसमें धारा14(1) बड़ा दंड के तहत पूर्व एसओ चौबेपुर विनय तिवारी, एसआई अजहर इशरत, एसआई चौबेपुर केके शर्मा, कुंवर पाल सिंह, विश्वनाथ मिश्रा, सिपाही चौबेपुर अभिषेक कुमार, रिक्रूट आरक्षी राजीव कुमार को आरोपित बनाया गया है.
इसी तरह धारा 14(2) लघु दंड के तहत इंस्पेक्टर बजरिया राममूर्ति यादव एसआई दीवान सिंह, हेड कांस्टेबल चौबेपुर लायक सिंह, सिपाही विकास कुंर और कुंवर पाल सिंह को आरोपित बनाया गया है. डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह ने बताया कि इन सभी पुलिसकर्मियों को नोटिस भेजा गया है. इस नोटिस का जवाब इन्हें जल्द ही देने के लिए कहा गया है.
नोटिस में आरोपि पुलिसकर्मियों पर विकास दुबे का साथ देने का आरोप लगा है. जिसका जवाब माँगा गया है. उन्हें बताना होगा कि आखिर विकास दुबे के गुनाहों पर पर्दा क्यों डाला. समय रहते क्यों कोई कार्रवाई नहीं की गयी. इन पुलिसकर्मियों के जवाब आते हैं तो कई राज खुलने की भी संभावना है.