सर्दी के मौसम की शुरुआत हो चुकी है. रात में तापमान गिर रहा है. दिन में भी अब धूप हल्की होने लगी है. मौसम विज्ञानियों का अनुमान है कि इस बार कड़ाके की सर्दी पड़ेगी, जोकि लंबे समय तक रहेगी. उत्तर भारत में शीत लहर चलने का भी अनुमान लगाया गया है.
इस महीने के अंत तक रात के तापमान में और ज्यादा कमी देखी जा सकती है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक भारत में मौसम के रुख को तय करने में ला नीना और एल नीनो प्रभाव का काफी अहम रोल रहता है. ला नीना के कारण इस बार अधिक ठंड पड़ने की उम्मीद है.
ला नीना एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत समुद्र में पानी ठंडा होना शुरू हो जाता है. समुद्र का पानी पहले से ही ठंडा होता है, लेकिन इसकी वजह से उसमें और अधिक ठंडक बढ़ने लगती है, जिसका असर हवाओं पर पड़ता है. एल नीनो में इसके विपरीत होता है, दोनों ही क्रियाओं का असर सीधे तौर पर भारत के मानसून और सर्दी के मौसम पर असर पड़ता है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ आरके सिंह का कहना है कि सर्दी की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है. ला नीना के चलते इस बार कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है. सर्दी का मौसम भी लम्बा रह सकता है.