बिहार में विधानसभा चुनाव में जीत को लेकर सभी राजनीतिक दल अपना पूरा जोर लगा रहे हैं. इस बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने अनजाने में ही सही, लेकिन ऐसा मुद्दा बीजेपी को पकड़ा दिया है जिसकी तलाश में वह रहती है. ऐसा समय जो फ्रंटफुट वाला है कांग्रेस बैकफुट पर जा सकती है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर का यह बयान पाकिस्तान के बुद्धिजीवियों से चर्चा के दौरान आया. उन्होंने कहा कि भारत में मुसलामानों और उत्तर पूर्व के लोगों के साथ भेदभाव होता है. यह बयान आते ही बीजेपी ने निशाने पर ले लिया है.
बीजेपी की नजर ऐसे बयानों पर बनी रहती है. साल 2015 के विधानसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि महागठबंधन जीता तो पाकिस्तान में पटाखे छोड़े जाएंगे. ऐसे में बीजेपी थरूर के बयान को आसानी से छोड़ने वाली नहीं है.
इससे पहले चुनाव के दौरान मणिशंकर अय्यर भी अपने बयानों से कांग्रेस की मुश्किलें खड़ी करते रहे हैं. इस बार मणिशंकर अय्यर का बयान तो नहीं आया लेकिन ऐसा लग रहा है उनकी कमी शशि थरूर ने पूरी करदी. अभी तक बीजेपी के पास ऐसा कोई मुद्दा नहीं था वह जनता के सवालों के घेरे में थे, लेकिन अब इन सवालों से बचने का जरिया मिल गया है. अब पार्टी में भी सवाल उठ रहा है कि आखिर चुनाव के बीच नेता ऐसे विवादित बयान क्यों देते हैं?