केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों का विरोध लगातार जारी है. किसानों के अलावा विपक्षी दल भी सरकार द्वारा लागू किए गए इन तीनों कानून का जमकर विरोध कर रहे हैं और इन कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. आज कांग्रेस पार्टी की ओर से खेती का खून तीन काले कानून पुस्तिका का अनावरण किया गया.
इस मौके पर राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री से ज्यादा समझ हिंदुस्तान के किसान को है कि क्या हो रहा है क्या नहीं हो रहा है. यही सच्चाई है और इसका एक ही उपाय है कि इन तीन काले क़ानूनों को वापस लेना पड़ेगा. सरकार किसानों को भटकाने की कोशिश कर रही है. सरकार किसानों से कह रही है कि, बात करिए हमसे. 9-10 बार की बातचीत हो चुकी है लेकिन सरकार इसे घसीटते जा रही है.
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कौन है? क्या करता है? यह बात हिंदुस्तान का हर किसान जानता है. किसान जानता है कि भट्टा परसोल में कौन खड़े थे, भूमि अधिग्रहण के समय नड्डा जी या मोदी जी नहीं बल्कि ‘राहुल गांधी’ किसानों के साथ खड़ा था. हम सभी को किसानों को अपना पूरा का पूरा समर्थन देना है. ये हिंदुस्तान की सच्चाई है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार और उनका अहंकार समझता है कि किसानों को थकाया जा सकता है, उन्हें बेवकूफ बनाया जा सकता है. किसानों को ना तो थकाया जा सकता है, ना उन्हें बेवकूफ बनाया जा सकता है. 4-5 लोगों के हाथ में पूरे कृषि हिंदुस्तान की खेती का ढांचा नरेंद्र मोदी जी दे रहे हैं. इसलिए किसान बाहर सड़कों पर खड़े हैं.