सहारा रेगिस्तान में आमतौर पर तापमान 25 से 30 डिग्री के बीच रहता है, लेकिन बदले मौसम ने यहां का तापमान माइनस तीन डिग्री पहुंचा दिया. जिससे 50 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दुनिया में जनवरी के महीने में बर्फ पड़ने लगती है, लेकिन अफ्रीका और मध्य पूर्व के रेगिस्तानों में ऐसा नहीं होता है.

लेकिन इस बार मौसम ने ऐसी करवट ली कि वहां भी बर्फ़बारी हुई. जिससे रेट पर सफ़ेद चादर बिछ गयी. साउदी अरब के असीर प्रांत में बर्फ़बारी हुई है. इससे स्थानीय लोग खुश हैं. उनमें उत्सुकता देखी जा रही है. रेगिस्तान में हुई बर्फ़बारी के बाद विदेशी पर्यटक भी पहुँचने लगे हैं.

समुद्र तल से करीब एक हजार मीटर ऊपर और एटलस पर्वत से घिरे अइन सेफरा को रेगिस्तान का मुख्य द्वारा माना जाता है. उत्तरी अफ्रीका का अधिकतर हिस्सा सहारा रेगिस्तान से घिरा है. यह हजारों साल से अपने तापमान और नमी की वजह से चर्चा में रहता है. अइन सेफरा अभी सूखा पड़ा है. वैज्ञानिकों का दावा है कि 15 हजार साल में यह रेगिस्तान एक बार फिर हरा भरा हो सकता है.

उत्तर-पश्चिमी साउदी अरब के ताबुक में जहां इन दिनों भयानक बर्फ़बारी हो रही हैं, गर्मियों में यहां 50 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है.

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