मसाला किंग के नाम से मशहूर एमडीएच मसाले के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का आज निधन हो गया. आज सुबह 5ः38 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. वो 98 साल के थे. कोरोना होने के बाद वो ठीक हो गए थे मगर आज सुबह हार्ट अटैक के बाद उनका निधन हो गया.
महाशय धर्मपाल गुलाटी की कंपनी महाशिन दि हट्टी ग्रुप की वैल्युएशन आज तकरीबन 2000 करोड़ की है. उनका शुरूआती जीवन बड़ा संघर्षपूर्ण रहा. रोजगार की तलाश में वो दिल्ली आए. पिता से मिले 1500 रूपये में से 650 रूपये का उन्हेंने तांगा खरीदा और चलाने लगे.
इसके बाद उन्होंने तांगा अपने भाई को दे दिया और करोलबाग की अजमल खां रोड पर मसाले की एक छोटी सी दुकान खोल ली. देखते ही देखते उनका काम बढ़ने लगा. 60 के दशक में उनकी दुकान दिल्ली में मशहूर हो चुकी थी. इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपना कारोबार बढ़ाते चले गए.
1959 में उन्होंने मसाले की पहली फैक्ट्री लगाई. आज उनका नाम और ब्रांड देश दुनिया में मशहूर है. उनकी कंपनी सालाना अरबों रूपये का टर्नओवर करती है. भारत के अलावा विदेशों में भी उनके मसालों की खूब मांग है. धर्मपाल गुलाटी ने अपने मसालों के एड में खुद अभिनय भी किया था.
मशहूर धर्मपाल गुलाटी की कंपनी महाशियन दि हट्टी ग्रुप की वैल्यूएशन इस समय करीब 2000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है लोग लेकिन उनकी सफलता के बारे में बहुत कम लोग ही जानते हैं.
रोजगार की तलाश में दिल्ली आकर उन्होंने तांगा चलाना शुरु किया लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था इसलिए उन्होंने वा तांगा अपने भाई को दे दिया और मसाले बेचने का काम शुरु कर दिया, उनका मसाला लोगों की जुबान पर ऐसा चढ़ा कि देशभर में धूम मचा दी.
पिता के द्वारा 1500 रुपये में से उन्होंने 650 रुपये का धर्मपाल ने घोड़ा और तांगा खरीद लिया और रेलवे स्टेशन चलाने का काम करने लगे. कुछ दिनों बाद उन्होंने तांगा अपने भाई को दे दिया. और करोलबाग की अजमल खां रोड पर ही एक छोटा सा खोखा लगाकर मसाले बेचने का काम शुरु किया. उनका मसाले का कारोबार चल निकला था. धर्मपाल ने मिर्च मसालों का जो साम्राज्य खड़ा किया.