रिपब्लिक टीवी के मुख्य वित्तीय अधिकारी शिव सुंदरम ने मुंबई पुलिस को बताया है कि वह 14-15 अक्टूबर तक कथित फर्जी टीआरपी रेटिंग घोटाले में जांच में शामिल होने के लिए उपलब्ध होंगे. साथ ही मुंबई पुलिस को लिखा कि वो अब तक जाँच को आगे न बढ़ाए जब तक मामले को लेकर दायर रिट याचिका सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई नहीं होती है.
शिव सुंदरम ने कहा कि मैं आपके द्वारा 9 अक्टूबर 2020 को जारी किए गए सम्मान में मुझे इस विषय में 10 अक्टूबर 2020 को रात 11 बजे आपके कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है. मैं जांच में पूरी तरह से सहयोग के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त करता हूं.
सुन्दर ने मुंबई पुलिस को बताया कि मैं आपके ध्यान में लाना चाहता हूं कि अनुच्छेद 32 के तहत एक रिट याचिका भारत सरकार के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष दायर की गयी है. हमने जल्द सुनवाई के लिए अनुरोध किया है और इसके अगले सप्ताह तक सूचीबद्ध होने की संभावना है.
कहा कि इस मामले को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष जल्द ही सूचीबद्ध किया जाना है, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि अब तक की जांच के साथ आगे नहीं बढ़ें, क्योंकि रिपब्लिक टीवी और उसके कर्मचारी चिंतित हैं. हम भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के अधीन जांच में शामिल होंगे.
गौरतलब है कि मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर ने एक रैकेट का खुलासा किया था. जिसमें तीन न्यूज़ चैनल के शामिल होने की बात कही. इसमें रिपब्लिक टीवी भी शामिल है. आरोप है कि इन चैनलों ने पैसे देकर रेटिंग बढ़वाई.