कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध बदस्तूर जारी है. आज किसानों के आंदोलन का 15वां दिन है. बीते एक पखवारे से किसान दिल्ली से सटी सीमाओं पर डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. सरकार इन कानूनों को वापस लेने से इंकार कर चुकी है.
किसान आरपार की लड़ाई के मूड में दिखाई दे रहे हैं. किसानों ने साफ तौर पर कह दिया है कि वो बिना कानून वापस हुए किसी भी हाल में पीछे नहीं हटेंगे, उन्होंने कहा कि अगर ये कानून वापस नहीं लिए गए तो दिल्ली जाने वाले सभी रास्तों को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा.
किसान नेता शिव कुमार कक्का ने कहा कि हम दिल्ली में प्रवेश करने पर भी फैसला ले सकते हैं. 14 दिसंबर को किसान देश के तमाम राज्यों में जिला मुख्यालयों का घेराव करेंगे.
किसान नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा कि 12 दिसंबर को आगरा दिल्ली एक्सप्रेसवे को बंद कर दिया जाएगा और उस दिन देश के किसी भी टोल प्लाजा पर कोई टोल नहीं दिया जाएगा.
बता दें कि सरकार और किसानों के बीच कई दौर की वार्ता भी हो चुकी है मगर अब तक इस मामले का कोई भी हल नहीं निकल पाया है. सरकार संशोधन को राजी है मगर किसान इन कानूनों को वापस लेने की बात पर अड़े हुए हैं.