यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा एक ऐसी परीक्षा है जो सभी परीक्षाओं में सबसे कठिन परीक्षाओं में शुमार है. इस परीक्षा का सबसे अहम हिस्सा साक्षात्कार होता है जिसमें इंटरव्यू बोर्ड अगल-अलग मामलों में उम्मीदवार के विचारों को जानने की कोशिश करता है. यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के दौरान संघ सेवा आयोग के सदस्यों ने कई ऐसे प्रश्न पूछे जो काफी हटकर थे.
गौरतलब है कि साल 2017 के एक साक्षात्कार के दौरान एक प्रश्न का उत्तर उम्मीदवार नहीं दे पाया. उम्मीदवार को इस प्रश्न का सटीक जवाब नहीं मालूम था. प्रश्न था कि FLIGHTING FIRE BY FIRE का क्या मतलब होता है? इस प्रश्न का सटीक जवाब उम्मीदवार को नहीं मालूम था. ‘
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2017 पास कर सिविल अफसर बनने वाले एक उम्मीदवार ने बातचीत के दौरान बताया कि मुझे इसका सही उत्तर नहीं पता था फिर भी मैंने थोड़ा अंदाजा लगाया और मैंने इस दौरान एक दो उदाहरण भी पेश किए.
मैंने उत्तर में सेवानिवृत्त आईपीएस अफसर जूलियो रिबेरो की किताब BULLER FOR BULLET-MY LIFE AS A POLICE OFFICER का जिक्र किया था जैसे लोहे को लोहा काटता है. तो उन्होंने मुझसे कहा कि ये सब तो ठीक है लेकिन FIGHTING FIRE BY FIRE का सही जवाब क्या है? तो फिर इंटरव्यू बोर्ड ने उत्तर बताया कि जैसे फारेस्ट फायर होता है. उसमें जंगल की आग को रोकने के लिए जंगल का एक हिस्सा जला देते हैं.
उम्मीदवार ने कहा कि मैं मैंने डीएफए में लिखा था कि मैं कालेज में एंटी रैगिंग टीम का पार्ट था. तो एक यूपीएससी सदस्. ने मुझसे पूछा कि ये बताओ की एंटी रैकिंग तो ठीक है लेकिन तुम्हें रैकिंग टीम का हिस्सा बनने का अवसर मिले तो तुम क्या बनोगे? मैंने कहा हां सर बिल्कुल.
कहा कि रैगिंग के कुछ फायदे भी होते हैं. तो बोर्ड सदस्य ने पूछा कि अगर रैगिंग टीम और एंटी रैगिंग टीम में से किसी एक का हिस्सा बनना हो तो किसे चुनोगे? तो मैंने कहा कि सर मैं दोनों में रहना चाहूंगा. दोनों का अपना मजा है,. मेरा ये जवाब सुनकर वो थोड़ा सा हंसने लगे.