केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का विरोध बीते लगभग ढाई महीने से लगातार जारी है. किसानों की मांग है कि सरकार ये तीनों नए कृषि कानून वापस ले और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर नया कानून बनाए.

सरकार कह रही है कि ये कानून किसानों का भला करने के लिए बनाए गए हैं और इन्हें वापस नहीं लिया जाएगा. किसान इतनी भीषण ठंड और बारिश के बावजूद दिल्ली से सटी सीमाओं पर बीते ढाई महीने से डेरा जमाए बैठे हुए हैं.

गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर परेड निकालने के बाद अब किसानों ने 6 फरवरी को दिल्ली छोड़ देशभर के राजमार्गों पर तीन घंटे के चक्काजाम का एलान कर दिया.

किसान नेता दर्शनपाल सिंह ने कहा कि हम सभी बॉर्डरों पर शांतिपूर्ण तरह से बैठे रहेंगे. हम दिल्ली के अलावा पूरे देश में राष्ट्रीय और राज्य हाईवे को दोपहर 12 बजे से लेकर 3 बजे तक पूरी तरह से बंद रखेंगे.

उन्होंने कहा दोपहर तीन बजे जब हमारा चक्काजाम खत्म होगा तो हम एक साथ एक मिनट के लिए अपनी गाड़ियों का हार्न बजाएंगे. दर्शनपाल सिंह ने कहा कि इंटरनेट बंद होने की वजह से हमें काफी परेशानी हो रही है.

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि जो लोग यहां नहीं आ पाए हैं वो अपनी-अपनी जगहों पर कल चक्काजाम शांतिपूर्ण तरीके से करेंगे. ये जाम दिल्ली में नहीं होगा.

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