देश में पेट्रोलियम पदार्थों की लगातार बढ़ रही कीमतों ने आम आदमी का बजट बिगाड़ कर रख दिया है. घरेलू रसोई गैस के दामों में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी से महिलाओं की रसोई का बजट भी बिगड़ गया है. पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस की बढ़ती कीमतों से आम आदमी खासा परेशान है.
मार्च महीने के पहले ही दिन आम आदमी को तब महंगाई का एक और झटका लगा जब तेल कंपनियों ने घरेलू रसोई गैस की कीमतों में 25 रूपये की बढ़ोत्तरी का एलान कर दिया. बढ़ी कीमतें आज से लागू भी हो गई हैं.
इससे पहले फरवरी महीने में कई बार गैस की कीमतों को बढ़ाया जा चुका है. 4 फरवरी को गैस सिलेंडर का दाम 25 रूपये, 14 फरवरी को 50 रूपये और 25 फरवरी को एक बार फिर से 25 रूपये का इजाफा किया गया. फरवरी महीने में कुल मिलाकर 100 रूपये की बढ़ोत्तरी की गई.
दिसंबर के महीने में भी रसोई गैस सिलेंडर के दाम 100 रूपये बढ़ाए गए थे. रसोई गैस सिलेंडर के अलावा पेट्रोल और डीजल के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं. देश के कई शहरों में पेट्रोल का दाम 100 के पार पहुंच गया है. डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से महंगाई तेजी से बढ़ने लगी है.
सरकार का कहना है कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें तेल कंपनियां तय करती हैं, इसपर हमारा नियंत्रण नहीं है. पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार के हिसाब से तय की जाती हैं और समय समय पर इसकी समीक्षा भी की जाती है.