राकेश टिकैत और किसानों के समर्थन में मुजफ्फरनगर में महापंचायत हुई. इस दौरान लोगों ने कहा कि राकेश टिकैत के आंसुओं का सैलाब जनता है. उनके एक-एक आंसू का बदला लिया जाएगा. आरोप लगाया कि सरकार किसानों के बीच फूट डालना चाह रही है. दोषियों पर सरकार एफआईआर कर नहीं रही है जो निर्देष है उस पर एफआईआर कर रही है.
स्थानीय लोगों ने कहा कि हर घर से एक आदमी को लेकर दिल्ली लेकर जाएंगे. अब दिल्ली से नहीं भगा सकते. दुनिया की कोई ताकत पीछे नहीं हटा सकती. लोगों ने कहा कि जब किसी का शोषण होता है तो घर बैठे लोग बर्दाश्त नहीं करते हैं. कल गाजीपुर हम पलायन करेंगे. जो शोषित किसान की सहायता करेगा उसका भरपूर स्वागत है. जो दिल्ली जाना नहीं चाहता था लेकिन अब उसके भी रक्त में संचार हो गया है.
उन्होंने कहा कि ये सरकार घमंड में चूर हो चुकी है, क्योंकि देश में विपक्ष है नहीं. हमने युवाओं को समझकर भेजा था कि शांतिपूर्ण धरना करना है. दिल्ली में जो घटना हुई वो किसानों ने नहीं की. ये दीप सिद्धू और लक्खा ने किया ताकि राकेश टिकैत का आंदोलन कमजोर पड़ जाए.
आगे कहा कि राकेश टिकैत के आंसू खून के आंसू हैं. दिल्ली जाकर बैठेंगे. आर-पार की लड़ाई होगी अब. अब दिखाएंगे संगठन का जोर. हम सोच रहे थे कि बात मान जाएं ऐसे ही. टिकैत साहब की बेइज्जती हमारी बेइज्जती है.