की पूर्व उपाध्यक्ष मंजूबाला पाठक ने कृषि बिल 2020 को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार की ये चाल है कि किसानों को कारपोरेट का गुलाम बनाना चाहती है. ये बिल किसानों के साथ धोखा है, इम इसका पुरजोर विरोध करते हैं.

मंजूबाला पाठक ने कहा कि सरकार ने हमारे किसान भाइयों के साथ धोखा करते हुए संसद में तीन बिल पास कर दिए. इस बिल के अनुसार अब किसानों की फसल को मंडी के अलावा औने पौने दाम पर खरीदा जा सकेगा.

उन्होंने कहा कि किसानों को कांट्रैक्ट के चक्कर में फंसाकर बड़े औद्योगिक घराने उनकी जमीन और फसल दोनों पर काबिज हो जाएंगे. इसके विरोध में खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर ने इस्तीफा भी दे दिया.

मंजूबाला पाठक ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार कॉर्पोरेट को लाभ पहुचाने के लिए ऐसा कर रही है. वो छोटे किसानों को तबाह करना चाहती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संसद में इसका पुरजोर विरोध किया और अब सड़क पर भी कांग्रेस इसका विरोध करेगी.

हरसिमरत कौर की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे काले कानून के विरोध में कौर का इस्तीफा क़ाबिल ए तारीफ है. हम सब अपने किसान भाइयों के साथ है. किसान हमारे अन्न दाता हैं उनके लिए कांग्रेस अपनी पूरी ताकत लगा देगी.

मंजूबाला पाठक ने बिहार वासियो से अपील की है कि इस बार के चुनावों मे इस निरंकुश सरकार को उखाड़ फेकिये. इस बार सत्ता परिवर्तन के लिए आप आगे आइए. पूंजीपतियों की इस सरकार को सबक सिखाना जरूरी हो गया है. इनको इन चुनावों बता देंगे कि लोकतंत्र में धनबल से बड़ा जनबल होता है.

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