भारत के लिए आज का दिन बेहद ही ऐतिहासिक साबित हुआ, आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वधर्म प्रार्थना के बाद देश में नए संसद भवन की आधारशिला रख दी है. सर्वधर्म प्रार्थना में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, बौद्ध, जैन, पारसी आदि तमाम धर्मों के धर्मगुरूओं ने अपनी पूजा पद्धति के मुताबिक पाठ किया.
देश की राजधानी दिल्ली में मौजूदा संसद भवन के नदजीक बनने वाले नए संसद भवन की इमारत चार मंजिला होगी. 64500 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में फैले इस भवन के निर्माण में तकरीबन 971 करोड़ की लागत आएगी. एक अनुमान के मुताबिक साल 2022 में ये इमारत बनकर तैयार हो जाएगी.
भूमिपूजन और शिलान्यास कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, हरदीप पुरी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश, टाटा ट्रस्ट के अध्यक्ष रतन टाटा और कई देशों के राजनयिक भी मौजूद थे. नए संसद भवन की इमारत बनाने का ठेका टाटा प्रोजेक्ट को मिला है.
बता दें कि देश की सर्वोच्य अदालत ने सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर फिलहाल रोक लगा दी है. अदालत ने सिर्फ पीएम के भूमिपूजन कार्यक्रम की इजाजत दी थी. फिलहाल वहां किसी भी तरह का निर्माण कार्य और पुरानी इमारतों को तोड़ा नहीं जाएगा. नए संसद भवन में 888 सदस्यों के बैइने की जगह होगी, सभी सांसदों के लिए कार्यालय होगा.
#WATCH: ‘Sarva Dharma Prarthana’ being performed by various religious leaders at the foundation stone laying ceremony of the new Parliament building, in Delhi. https://t.co/6NDd8e8B3p pic.twitter.com/1DRGf37tJV
— ANI (@ANI) December 10, 2020