प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल वेबसाइट से जुड़ा ट्विटर अकाउंट आज हैक कर लिया गया था. हैकर ने कोविड रिलीफ फंड के लिए बिटक्वाइन की मांग वाला पोस्ट भी किया था. हालांकि उनके अकाउंट को जल्द ही रिकवर कर लिया गया और हैकर द्वारा किए गए सारे ट्वीटस हटा दिए गए.
अब हैकर ने खुद मीडिया को बताया कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया. हैकर ने खुद की पहचान जॉन विक के रूप में बताते हुए एक मीडिया संस्थान को बताया कि उसका नाम बेवजह पेटीएम मॉल हैकिंग से जोड़ा जा रहा था जबकि उसने पेटीएम मॉल नहीं हैक किया.
हैकर ने कहा कि ये बताने के लिए ही मैने पीएम का ट्विटर अकाउंट हैक किया. उसने कहा कि जब मेरा नाम पीटएम मॉल हैकिंग से जोड़ा गया तो मैने कई मीडिया संस्थानों को मेल कर सफाई दी मगर किसी ने जवाब नहीं दिया. इसके बाद ही मैने ऐसा करने की सोची.
हैकर ने ये भी कहा कि पीएम को अपनी वेबसाइट की सुरक्षा और बढ़ानी होगी और उन्हें हम जैसे लोगों पर भी निवेश करना होगा. बता दें कि 30 अगस्त को ये बात कही गई थी कि जॉन विक नाम के हैकिंग ग्रुप ने पेटीएम मॉल के पूरे डेटाबेस को एक्सेस कर लिया है. पेटीएम ने कहा था कि इस मामले की जांच की जा रही है और यूजर का डेटा सुरक्षित है. (साभार हिंदुस्तान टाइम्स)