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उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के बूलगढ़ी गांव में दलित समुदाय की बेटी के साथ हुई घटना के बाद से पूरे देश में गम और गुस्से की लहर है. पूरे मामले में उत्तर प्रदेश प्रशासन और पुलिस के रवैये से नाराजगी और बढ़ी है. हर ओर से पीड़िता को न्याय दिलाने और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग उठ रही है.

आज कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस पहुंची. पीड़िता के घर पहुंचते ही प्रियंका गांधी ने उसकी मां को गले लगाया तो माहौन गमगीन हो गया. इसके बाद दोनों नेताओं ने बंद कमरे में तकरीबन एक घंटे तक परिवार से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना.

मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि दुख की इस घड़ी में हम पीड़ित परिवार के साथ खड़े हैं. पीड़िता के परिवार की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी है. प्रियंका गांधी ने कहा कि हम अन्याय के खिलाफ हैं. जहां-जहां अन्याय होगा हम वहां-वहां जाएंगे. परिवार अपनी सुरक्षा और न्यायिक जांच चाहता है.

बता दें कि आज सुबह जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कांग्रेस के 35 सांसदों के साथ हाथरस जाने के लिए निकले तो पुलिस ने उन्हें रोकने की पूरी तैयारी की थी. प्रियंका गांधी खुद कार चला रही थी और राहुल गांधी उनके बगल की सीट पर बैठे थे.

जैसे ही ये काफिला डीएनडी टोल प्लाजा पहुंचा पुलिस ने उन्हें रोक लिया. इस दौरान हल्का बल प्रयोग भी किया गया. अंत में जिला प्रशासन ने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी सहित पांच लोगों को हाथरस जाने की इजाजत दी.

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