कांग्रेस में अंदरूनी टकराव एक बार फिर उभर कर सामने आ गया. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा के बीच गहमागहमी दिखी. अशोक गहलोत ने पिछले कुछ महीनों से संगठनात्मक चुनाव की मांग कर रहे नेताओं पर निशाना साधा. इस पर आनंद शर्मा ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
सूत्रों के मुताबिक अशोक गहलोत की टिप्पणी पर पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने प्रतिवाद किया और कहा कि यह अपमानजनक है. दूसरी तरफ, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी वह सबकी भावनाओं का सम्मान करते हैं और चुनाव कराकर इस मुद्दे को यही ख़त्म किया जाना चाहिए.
सूत्रों के अनुसार अशोक गहलोत ने कहा कि हम सभी लोग इतने वर्षों में चुनाव से यहां तक नहीं आए हैं बल्कि चयन की प्रक्रिया से होकर आए हैं. गहलोत ने बिना किसी नेता का नाम लिए कहा कि वर्षों तक बिना चुनाव के सीडब्लूसी में रहने वाले लोग चुनाव की मांग कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आपसी लड़ाई छोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली भाजपा से लड़ने की जरूरत है और चुनाव का मुद्दा कांग्रेस अध्यक्ष पर छोड़ना चाहिए और उन पर भरोसा करना चाहिए. सूत्रों के मुताबिक वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, कांग्रेस महासचिव तारिक अनवर, हरीश रावत और अन्य कुछ नेताओं ने गहलोत की बात का समर्थन किया.
एक सूत्र ने बताया कि बैठक में गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा ने संगठन के चुनाव की मांग फिर दोहराई. जबकि हरीश रावत और कुछ अन्य नेताओं ने राहुल गांधी को फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनाए जाने की पैरवी की.