भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने सरकार से बातचीत करने की बात कही है. लेकिन साथ ही उन्होंने इसपर एक शर्त लगा दी है. इसी शर्त पर उन्होंने सरकार से बातचीत करने के लिए कहा है. उन्होंने कहा कि मांगे पूरी होने से पहले किसानों के प्रदर्शन स्थल से हटने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसान संगठन केंद्र के साथ बातचीत फिर शुरू करने को तैयार हैं, लेकिन यह बातचीत नए कृषि कानूनों को वापस लेने पर होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि जब सरकार बात करना चाहेगी, संयुक्त किसान मोर्चा बात करेगा. लेकिन बातचीत केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने पर होनी चाहिए. इससे पहले प्रदर्शन कर रहे किसानों ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर बातचीत करने के लिए अपील भी की थी.
केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान एक बार फिर बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में हैं. किसान कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के 6 महीने पूरे होने पर 26 मई को काला दिवस के रूप में मनाने को तैयार हैं. किसानों की मांग है कि सरकार इन तीनों कानूनों को वापस ले. साथ ही किसान न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी के लिए नया कानून बनाए.