कृषि कानूनों को लेकर जारी विरोध के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में नए कृषि कानूनों को किसानों के लिए उपयोगी बताते हुए कहा कि कांग्रेस, एनसीपी सहित सभी सरकारें कृषि सुधारों की आवाजा उठा रही थी मगर अचानक सभी ने यूटर्न ले लिया.
संसद में पीएम मोदी ने किसानों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि एमएसपी था, एमएसपी है और एमएसपी रहेगा, किसान अपना आंदोलन खत्म करें. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह ने किसानों को उपज बेचने की आजादी दिलाने, भारत को कृषि बाजार बनाने के संबंध में अपना इरादा व्यक्त किया था और वो काम हम कर रहे हैं.
पीएम मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि देश में भूख से व्यापार करने वालों को बाहर निकाला जाएगा. देश में अनाज की कीमत भूख से तय नहीं होगी. प्रधानमंत्री को अपील करनी चाहिए कि विधायक और सांसद अपनी पेंशन छोड़ें उसके लिए किसान मोर्चा धन्यवाद करेगा.
टिकैत ने कहा कि हमने कब कहा कि एमएसपी खत्म हो रहा है, हम कह रहे हैं कि एमएसपी पर कानून बनना चाहिए. अगर ऐसा कानून बनता है तो देश के सभी किसानों को इसका फायदा होगा, उन्होंने कहा कि अभी एमएसपी पर कोई कानून नहीं है, किसान ट्रेडर्स के हाथों लूटा जाता है.