केंद्र की मोदी सरकार द्वारा लागू किए गए तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में बीते एक महीने से अधिक समय से किसान दिल्ली से सटी सीमाओं पर आंदोलन कर रहा हे और सरकार से इन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहा है. आज एक बार फिर सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी.
सरकार और किसानों के बीच होने वाली सातवें दौर की बातचीत से पहले भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि बिना ये कानून वापस हुए हम अपने घर नहीं जाएंगे.
राकेश टिकैत ने कहा कि आज की वार्ता में किसानों का एजेंडा स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट, तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग और फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कानून बनाने की मांग का रहेगा.
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के दौरान अब तक 60 से अधिक किसान अपनी जान गवां चुके हैं. हम 16 घंटे में एक किसान मर रहा हे, इसकी जिम्मेदारी सरकार की है.
बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में किसान बीते एक महीने से अधिक समय से दिल्ली से सटी सीमाओं पर इतनी भीषण ठंड और बारिश के बावजूद बैठा हुआ है.
उनका कहना है कि जब तक ये तीनों कानून वापस नहीं लिए जाते हम अपने घरों को नहीं जाएंगे. सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में हैं और इन्हें वापस लेने का सवाल ही नहीं उठता.