कोरोना महामारी ने हर किसी के जीवन को प्रभावित किया है. देश में बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए मार्च के अंतिम सप्ताह से लॉकडाउन लग गया था. शिक्षण संस्थान और स्कूलों को भी बंद कर दिया गया. इस बीच ऑनलाइन क्लास की शुरुआत हुई लेकिन यह ऑनलाइन क्लासेस हर किसी के लिए संभव नहीं हो पायी.
ओड़िशा में एक टीचर न स्कूल के बच्चों के ऐसा काम किया है, जिसकी हर कोई सराहना कर रहा है. गांव के पेड़ों को पेंटिंग से ब्लैकबोर्ड में बदल दिया है.
ओडिशा के बारगढ़ जिले के गावं पुझारीपाली के पेड़ों पर टीचर शुभाष चन्द्र साहू ने अलग-अलग लेसन लगाए हैं, फिर चाहे बात अक्षरों की हो या फिर गणित, विज्ञान, भूगोल विषय के बारे में पेड़ों पर लगाया गया है. टीचर ने इस प्रकार खुलास क्लासरूम तैयार कर दिया है, जहां बच्चे आकर कभी भी पढ़ाई कर सकते हैं.
साहू ने जब देखा कि कोरोना महामारी की वजह से बच्चों का समय ख़राब हो रहा है तो उन्होंने पेड़ों की पेंटिंग शुरू करदी. उन्होंने गांव के एक या दो नहीं बल्कि कई पेड़ों की पेंटिंग की है. साहू का कहना है कि लॉकडाउन ने बच्चों के सीखने में बाधा पहुंचाई. जब मैं बच्चों से मिला तो मुझे लगा वह सिलेबस से अपनी पकड़ खो रहे हैं.
बच्चे जो देखते हैं उससे आसानी से सीखते हैं. मेरा मकसद सिर्फ सिलेबस कवर करना ही नहीं बल्कि सीखने के तरीके को और रोचक बनाना था. अब बच्चे इस नए तरीके पर काफी रूचि ले रहे हैं.