कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन लगातार जारी है. किसान बीते 40 से अधिक दिनों से दिल्ली के सटे सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं और सरकार से ये कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं. सरकार का कहना है कि ये कानून किसानों के हित में है और इसे वापस नहीं लिया जाएगा.
किसानों और सरकार के बीच गतिरोध लगातार जारी है, कई दौर की बातचीत के बाद भी अब तक इस मामले का कोई हल नहीं निकल पाया है. अब आठ जनवरी को एक बार फिर बातचीत होगी. कड़कड़ाती ठंड में चल रह इस आंदोलन में अब तक कई किसानों ने अपनी जान गवां दी है.
किसान आंदोलन का समर्थन कर रही कांग्रेस पार्टी ने अब जान गवाने वाले किसान परिवार की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा दिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा है कि सभी कांग्रेस विधायकों ने मिलकर ये फैसला लिया है कि विधायक दल के निजी कोष से शहीद किसान परिवारों को दो-दो लाख की मदद दी जाएगी.
हुड्डा ने कहा कि भविष्य में भी किसानों की मदद के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे. उन्होंने राज्य सरकारों से भी किसान परिवारों के सदस्यों को सरकारी नौकरी देने की मांग की है.