नए कृषि कानून के खिलाफ किसान पिछले कई दिनों से दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के समर्थन में कुछ बच्चे भी आए हैं. इन बच्चों ने अपनी गुल्लक किसानों को प्रोत्साहन बढ़ाने के लिए सौंप दी. जिसमें उन्होंने कई महीनों से पैसा इकठ्ठा किया था.
नए कृषि कानून को रद्द करने के लिए गाजीपुर बॉर्डर पर उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. सोमवार शाम को मेरठ से 4 बच्चे किसानों के समर्थन में आये. इन बच्चों ने पिछले 4-5 महीनों से अपनी गुल्लक में जप पैसा इकठ्ठा किया था, उसे किसानों को सौंप दिया.
किसान तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं, जबकि सरकार संशोधन के लिए तैयार है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि तीनों कृषि बिल को वापस लेने का सवाल ही पैदा नहीं होता. केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी कहा है कि किसानों को कुछ राजनीतिक दल गुमराह कर रहे हैं.
किसान आंदोलन पर विवादास्पद तत्वों के शामिल होने का आरोप लगा है. इस पर किसान संगठन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसान भी अपनी तरफ से इन लोगों पर नजर बनाये हुए हैं और उन्हें तुरंत पहचान कर बाहर किया जा रहा है.
वहीं केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के बीच पंचायत करने की शुरुआत की है ताकि किसान से जुड़े बिल को समझाया जा सके.