आज से कार, ट्रक, बस समेत सभी चार पहिया वाहनों को टोल चुकाने के लिए फास्टैग लगवाना जरूरी कर दिया गया है. देश के किसी भी नेशनल हाइवे के टोल प्लाजा से गुजरते वक्त इसकी जरूरत पड़ेगी. यह टोल चार्ज लेने का एक इलेक्ट्रॉनिक माध्यम है जो स्टिकर के रूप में होता है.

जब गाड़ी टोल प्लाजा से गुजरेगी तो फास्टैग रीडर फास्टैग का बारकोड पढ़ लेगा और पैसे बैंक खाते से कट जाएंगे. गाड़ी की नंबर प्लेट सफ़ेद या पीली रंग की है, टोल प्लाजा से गुजरने के लिए फास्टैग होना जरूरी है. अगर फास्टैग गाड़ी पर न हुआ तो दोगुना जुर्माना देना होगा.

फास्टैग की अनिवार्यता से दोपहिया वाहनों को दूर रखा गया है. एनएचएआई के हाइवे पर दोपहिया वाहनों पर टोल नहीं लगता. इन वाहनों के लिए फ्री लेन होगी. सरकार ने फास्टैग की कीमत 100 रूपये तय की है. 200 रूपये की सिक्योरिटी देनी होगी. नए वाहनों में यह लगा होता है. इसे आप बैंक या ऑनलाइन प्लेटफार्म से भी खरीद सकते हैं.

इसे बैंक खाते से जोड़ा जा सकेगा, जिससे बार-बार रिचार्ज कराने की झंझट से भी राहत मिलेगी. टोल प्लाजा पार करने पर खाते से पैसे खुद ही कट जाएंगे. वहीं एक गाड़ी के लिए सिर्फ एक फास्टैग नंबर जारी होता है, जिसमें रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, टैग आईडी समेत अन्य ब्योरे देने होंगे.

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