कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी इन दिनों लगातार मोदी सरकार पर निशाना साध रहे हैं. वो रोजाना किसी न किसी मुद्दे को लेकर वीडियो जारी कर सरकार के फैसलों और कामकाज के तरीकों पर सवाल उठा रहे हैं.
राहुल गांधी ने बुधवार को वीडियो जारी करते हुए कहा कि सरकार का वादा था कोरोना खत्म करने का और खत्म कर दिया रोजगार. उन्होंने कहा कि अचानक किया गया लॉकडाउन असंगठित वर्ग के लिए मृत्युदंड जैसा साबित हुआ. वादा था 21 दिन में कोरोना खत्म करने का लेकिन खत्म कर दिए करोड़ों रोजगार और छोटे उद्योग.
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने कोरोना के नाम पर जो किया वो असंगठित क्षेत्र पर तीसरा आक्रमण था. उन्होंने कहा कि गरीब लोग रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं. जब आपने बिना कोई नोटिस लॉकडाउन किया तो आपने इनपर आक्रमण किया. असंगठित क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी 21 दिन में ही टूट गई.
राहुल गांधी ने कहा कि हमने कई बार सरकार से ये आगंह किया कि हमें गरीबों की मदद करनी ही पड़ेगी, न्याय योजना जैसी एक योजना लागू करनी ही पड़ेगी. गरीबों के बैंक खातों में सीधा पैसा डालना ही पड़ेगा. छोटे उद्योगों के लिए एक पैकेज तैयार करिए, बिना इसके ये नहीं बच सकेंगे मगर सरकार ने कुछ नहीं किया.
इसके उलट सरकार ने 15-20 बड़े उद्योगपतियों के हजारों करोड़ टैक्स माफ कर दिए. कांग्रेस नेता ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना पर आक्रमण नहीं बल्कि हिंदुस्तान के गरीबों पर आक्रमण था.